अम्मा मेरे बाबा को भेजो री, के सावन आया

अम्मा मेरे बाबा को भेजो री, के सावन आया,

बेटी तेरा बाबा तो बूढ़ा री, के सावन आया,

अम्मा मेरे भैया को भेजो री, के सावन आया,

बेटी तेरा भैया तो बाला री, के सावन आया |

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नन्ही नन्ही बूंदे रे, सावन का मेरा झूलना,

एक झूला डाला मैंने अम्मा जी के राज में,

एक झूला डाला मैंने बाबाजी के राज में,

हरी हरी मेहंदी रे, सावन का मेरा झूलना,

हरी हरी चुनरी रे, सावन का मेरा झूलना|

This is a medley of Kajari/Savan folk songs sung by women in Uttar Pradesh in Bihar in India. It is sung here by Padmashree Malini Awasthi ji.




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