Krishna bhajan, Bhoolu na yaad tumhaari suno Banvari
भूलूं ना याद तुम्हारी सुनो बनवारी, कि जिया घबराय रहा रे मेरे मन में उठी है उमंग रे, होरी खेलूं श्याम तोरे संग रे श्याम रंग भरी पिचकारी तान मोहे मारी, भिजोय मोरी सारी कि जिया हर्षाय रहा रे
22 July, 2010