सुमिरन करो आदि भवानी का Devi bhajan
सुमिरन करो आदि भवानी का… पहला सुमिरन गणपति देवा और ऋद्धि सिद्धि महारानी का
सुमिरन करो आदि भवानी का… पहला सुमिरन गणपति देवा और ऋद्धि सिद्धि महारानी का
Guru bhajan sung in The Art of Living गुरु मात पिता, गुरु बंधु सखा, तेरे चरणों में स्वामी मेरे कोटि प्रणाम
जित बिठ्लावे तित ही बैठूं, जो पहरावे सोई सोई पहरूं मेरी उनकी प्रात पुरानी, बेचे तो बिक जाऊं गुरु मेरी पूजा, गुरु गोविंद, गुरु मेरो प्राणधन, गुरु भगवंत, गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत
माना कि मैं पतित बहुत हूं, हौ पतित पावन तेरो नाम, लाड़ली श्री राधे किशोरी मेरी श्री राधे, लाड़ली श्री राधे, स्वामिनी श्री राधे Feeling grateful for the oral traditions of India :) My heritage.
सांवरा रे, म्हारी प्रीत निभाजो जी थे छो म्हारो गुण रो सागर अवगुण म्हार बिसराजो जी सांवरा रे, म्हारी प्रीत निभाजो जी…
मत जा, मत जा, मत जा जोगी पांव परूंगी मैं तेरे, जोगी मत जा, मत जा, मत जा प्रेम भक्ति को * न्यारो, हमको गल बता जा, मत जा, मत जा अगर चंदन की चिता रचाई, अपने हाथ जला जा, जोगी मत जा, मत जा, मत जा * भई भस्म की ढेरी, अपने अंग लगा जा, जोगी मत जा,
श्याम मने चाकर राखो जी, चाकर रहसूं, बाग लगासूं नित उठ दर्सन पासूं बृंदाबन की कुंज गलिन में तेरी लीला गासूं श्याम मने चाकर राखो जी, चाकरी में दर्सन पाऊं, सुमिरन पाऊं खरची भाव भक्ति जागीरी पाऊं, तीनों बातां सरसी श्याम मने चाकर राखो जी, मोर
Meera Bai bhajan lyrics बाला मैं बैरागन होऊंगी जिन भेषां मेरा साहब रीझे, सो ही भेष धरूंगी बाला, मै बैरागन होऊंगी कहो तो कुसुमल साड़ी रंगावा, कहो तो भगवा भेस कहो तो मोतियां मांग भरावां, कहो छिटकावां केस बाला, मैं बैरागन होऊंगी प्राण हमारा