स्वामी रामतीर्थ, एक परिचय

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स्वामी रामतीर्थ का जन्म २२ अक्तूबर १८७३ को पंजाब के गुजरानवाला ज़िले में हुआ था। जो अब पाकिस्तान में है। भारत में उस समय विदेशी साम्राज्य का बोल बाला था। सदियों की ग़ुलामी के कारण अज्ञानता, लाचारी, दरिद्रता ने देश में बुरी तरह घर कर रखा था। एक शायर ने

30 January, 2012



Guru Vandana in Sanskrit – Art of Living

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः गुरुर्देव परंब्रह्मः तस्मै श्री गुरवे नमः। अज्ञानतिमिरांधस्य ज्ञानांजनशलाकया चक्षुरौन्मीलितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः। अखण्डमण्डलाकारं व्याप्तं येन चराचरं तदपदं दर्शितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः।

24 February, 2011

Punjabi Guru bhajan lyrics, Mai neevee meraa sataguru oochaa

मैं नीवीं मेरा सतगुरु ऊंचा, उचेया दे नाल लाई मैं कमली मैंनूं इलम ना कोई, कदी ना गुरु नूं मनाया की दस्सा ओसदी वडियाई, जिन कागो हंस बणाया डोल रही सी नैया मेरी, उत्तो रात हनेरी धन नी सैयो, सतगुरु मेरे, बांह पकड़ लई मेरी वारी जावां नी मैं इनां चरणा

24 February, 2011

Sri Banke Bihari je ke sawaiya, 45 of 144

माथे किरीट बड़े दृग चंचल मंद हंसी मुखचन्द जुन्हाई। जै जग मन्दिर दीपक सुन्दर श्री व्रजदूलह ‘देव’ सहाई॥४५॥

07 October, 2010

Sri Banke Bihari ji ke sawaiya, 44 of 144

केहि पापसों पापी न प्राण चलैं अटके कित कौन विचारलयो। नहिं जानि परै ‘हरिचन्द’ कछू विधि ने हमसों हठ कौन ठयो॥

07 October, 2010


Swami Sri Haridas’s Ashtadash Sidhant, Verse 3, An ode to Sri Banke Bihari

कोटि काम लावण्य बिहारी ताके, मुंहाचुहीं सब सुख लिये रहत रुख। श्री हरिदास के स्वामी स्यामा कुंजबिहारी कों, दिन देखत रहौ विचित्र मुख॥ Sri Haridas ji says, ‘Many times the mind gets distracted but there is no pleasure in that. I bring it back to

28 September, 2010

Swami Sri Haridas’s Ashtadash Sidhant, Verse 2

जाहि तुमसों हित तासों तुम हित करौ, सब सुख कारिनी। श्री हरिदास के स्वामी स्यामा कुंजबिहारी, प्राननि के आधारिनी॥२॥ Sri Haridas ji says, ‘Sri Krishna and Radha Rani, it is by your grace alone that everything gets done. It is pointless to discuss

28 September, 2010



A poem by Sri Sri Ravi Shankar ji