Sri Banke Bihari ji ke sawaiya, 3 of 144
३.
जै जै मचों ब्रज में चहूँ ओर, ते बोल रहे नर नारी जौ जै जै ।
जै जै कहें सब देब विमानन, ब्रह्मा त्रिलोचन बोलत जै जै ॥
जै जै कहें भृगु व्यास परासर, बोल रहे सनकादिक जै जै ।
जै जै ‘छबीले’ रँगीले रसीले की, बोलो श्रीबाँकेबिहारी की जै जै ॥
Verses for Sri Banke Bihari of Vrindavan written by by Bhakti era poet Chabeele.