Art of Living bhajan, Hame raasto ki zaroorat nahi hai

हमें रास्तों की ज़रूरत नहीं है

हमें तेरे पैरों के निशां मिल गये हैं

अब तेरा मैं हूँ, मुझ में ही तू है

हमें रास्तों की ज़रूरत नहीं है

हमें तेरे पैरों के निशां मिल गये हैं




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Q: What is the significance of a Jyotirlinga?