Hindi bhajan lyrics, Sumiran karo aadi Bhavani ka

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

पहला सुमिरन गणपति देवा, और रिद्धि सिद्धि महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

दूसरा सुमिरन शंकर जी का, और गौरा महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

तीसरा सुमिरन विष्णु जी का, और लक्ष्मी महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

चौथा सुमिरन ब्रह्मा जी का, और सरस्वती महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

पांचवां सुमिरन रामचन्द्र का, और सीता महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

छठा सुमिरन कृष्णचन्द्र का, और राधा महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

सातवां सुमिरन सालिग्राम का, और तुलसी महारानी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

आठवां सुमिरन गुरुदेव का, चरनन की बलिहारी का

सुमिरन करो आदि भवानी का, सुमिरन करो आदि भवानी का

This is a folk song, bhajan from Uttar Pradesh, sung by ladies in groups at temples and homes. This song is dedicated to Ganpati, the god of wisdom, godesses of abundance and accomplishment– Riddhi and Siddhi, Shiva and Parvati, Vishnu and Lakshmi, Ram and Sita, Brahma and Saraswati, Krishna and Radha, Shaligram and Tulsi and Guru, the teacher.




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