Holi song with lyrics by Malini Awasthi फगुनवा मा रंग रच रच बरसे

और महीनवा मा बरसे ना बरसे, फगुनवा मा रंग रच रच बरसे| अरे फागुन को एसो गुन महल मढ़ई दूनों एक होई जायें और राजा और रंक दूनों मिल कर गायें| क्या? फगुनवा मा रंग रच रच बरसे...

21 October, 2017



Of rose itra and Vrindavan